कल 3 अक्टूबर, 2024 को भारत सरकार ने कृषि क्षेत्र और किसानों के कल्याण के लिए दो नई बड़ी योजनाओं की घोषणा की है। इन योजनाओं के नाम हैं PM Krishi Vikas Yojana और Krishonnati Yojana 2024। सरकार इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को कई तरह की सहायता प्रदान करेगी। इसमें आर्थिक सहायता, खेती के नए तरीके सिखाना, बेहतर तकनीक उपलब्ध कराना और खाद्य सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करना शामिल है। सरकार का लक्ष्य है कि किसान अधिक से अधिक फसल उगा सकें और कृषि से जुड़ी समस्याओं का समाधान निकाला जा सके।
Krishonnati Yojana 2024 योजना का उद्देश्य:
दोनों ही योजनाएँ खेती और किसानों से संबंधित हैं, लेकिन उनका उद्देश्य पूरी तरह से अलग है। कृषि विकास योजना का मुख्य उद्देश्य खेती को ऐसे तरीके से करना है जिससे पर्यावरण को नुकसान न पहुँचे। इसमें नई और आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है ताकि कृषि उत्पादन बढ़ सके।
दूसरी ओर, Krishonnati Yojana (KY) है, उसका मुख्य उद्देश्य देश के खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ाना था ताकि सभी लोगों को पर्याप्त भोजन मिल सके और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। दोनों योजनाओं के माध्यम से सरकार का लक्ष्य देश को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे हमें दूसरे देशों पर खाने के लिए निर्भर रहना न पड़े।
प्रमुख घटक और लक्ष्य:
इस योजना में कई छोटे-छोटे काम शामिल किए गए हैं। इनमें से कुछ सबसे महत्वपूर्ण काम ये हैं:
- Sub Mission on Seed and Planting Material – SMSP: इस Krishonnati Yojana के तहत, किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज और पौधे लगाने की सामग्री मिल सके, इसके लिए सरकार आर्थिक मदद करती है। सरकार किसानों को बीज तैयार करने की मशीनें, बीज रखने के गोदाम और सिंचाई की सुविधाएँ बनाने के लिए पैसे देती है। जैसे, हर खेत के लिए बीज तैयार करने की मशीन के लिए 7 लाख 56 हजार रुपये और बीज रखने के गोदाम के लिए 10 लाख 50 हजार रुपये दिए जाते हैं।
- इस नई Krishonnati Yojana के अंतर्गत किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक और उपकरण उपलब्ध कराने पर काम किया जा रहा है। इन उपकरणों से खेती करना आसान हो जाता है और फसल की गुणवत्ता में सुधार होता है। इससे किसानों का कीमती समय भी बचता है। नई तकनीक के उपयोग से खर्च कम होगा और उत्पादन भी बढ़ेगा।
- इस योजना के तहत किसानों को सिंचाई के लिए आर्थिक मदद दी जाती है। इस मदद से किसान नलकूप, ड्रिप और स्प्रिंकलर जैसी नई और बेहतर तरीकों से सिंचाई कर सकते हैं। इन नई तकनीकों से पानी की बर्बादी कम होती है और किसान अधिक फसल उगा पाते हैं।
- इस योजना के तहत किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध कराए जाएंगे। गांव में किसानों का एक समूह बनाया जाएगा जिन्हें प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे स्वयं अच्छे बीज तैयार कर सकें। इससे किसानों की आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। इस प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों को अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों से अधिक उत्पादन करने के तरीके सिखाए जाएंगे।
- किसी भी देश के लिए खाद्य सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण होती है। हम 140 करोड़ लोगों का देश हैं, इसलिए हमारे लिए खाद्य सुरक्षा और भी अधिक जरूरी है। इस नई योजना का उद्देश्य खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ाना है। इस योजना के तहत किसान धान, गेहूं, दाल, तिलहन और अन्य फसलें अधिक मात्रा में उगा सकेंगे। इसलिए सरकार किसानों को नई तकनीकों के बारे में प्रशिक्षित करेगी और उन्हें प्रोत्साहित करेगी।
योजना के लिए बजट:
केंद्र सरकार ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए दो बड़ी योजनाएँ शुरू की हैं। इन योजनाओं का नाम है Krishonnati Yojana और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (पीएम-आरकेवीवाई)। इन दोनों योजनाओं के लिए कुल मिलाकर 1,01,321 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। इन रुपयों का इस्तेमाल किसानों को बेहतर खेती करने के लिए किया जाएगा। इन योजनाओं को राज्य सरकारें चलाएंगी, ताकि सभी किसानों को इनका लाभ मिल सके।
लाभ और प्रभाव:
खाद्य सुरक्षा के साथ इस योजना में डिजिटल सुविधाओं पर भी ध्यान दिया गया है। किसानों को मोबाइल फोन पर एप्स के माध्यम से खेती की नई-नई जानकारी दी जाएगी। इससे उन्हें अपनी फसल को बेहतर तरीके से उगाने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, बदलते मौसम और वायु के कारण होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए भी इस योजना में विशेष ध्यान दिया गया है।
यह Krishonnati Yojana भारत के किसानों के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है। इस योजना का मुख्य मकसद यह है कि किसान अधिक से अधिक फल उगा सकें और अपनी खेती की उत्पादकता बढ़ा सकें। सरकार का प्रयास है कि खेती के तरीके आधुनिक बनाए जाएं ताकि हम खाद्य सुरक्षा में आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही, किसानों की कमाई भी बढ़े। अगर इस योजना को सही तरीके से चलाया गया तो खेती का काम पूरी तरह बदल सकता है।
Sudhir Tuljanawar is a writer with over 5 years of experience covering topics like automobiles, Entertainment and technology. He brings an analytical yet entertaining perspective to his writing, exploring the intersection of automobile, culture, and machinery.